Leadership skills | Leadership qualities

 

Leadership skills - 

(सांसद – विधायक बनने की अदभुत रणनीति)

आज की राजनीति को जब आप करीब से देखेंगे तो पाएंगे कि पिछले कुछ वर्षों में कई ऐसे राजनेता उभरकर सामने आये जो एक साधारण परिवार से आते थे और अपनी leadership skills के साथ  विधायक सांसद बने हैं, आप चाहे जिस भी राज्य से आते हों, उस राज्य के सांसद और विधायकों के नाम उठा कर देख लें, उसमें कई नाम आपको ऐसे मिल जायेंगे जो साधारण परिवार से आते थे पर अपनी मजबूत इच्छाशक्ति की बदौलत राजनीतिक तरक्की की सीढियाँ चढ़ते चले गये, तो भूल जाएँ कि आप किस परिवार से आते हैं भूल जाएँ कि आपकी आर्थिक स्थिति अभी क्या है बस इतना याद रखें कि आपको खुद को राजनीतिक रूप से लगातार प्रशिक्षित करना है, राजनीति की उन बारीक़ रणनीतियों को इतनी गहराई से सीखना और समझना है कि आपको हराने के लिए आपके प्रतिद्वंदियों को कोशिशें नहीं साजिशें करनी पड़े

leadership skills


How to become a politician in India

राजनीति में युवाओं के साथ जो सबसे बड़ी समस्या आती है वो है शुरुआत कैसे करें और कई लोग तो राजनीति में 5 से 10 साल बिताने के बाद भी ऐसी गलतियाँ करते रहते हैं जिससे उनकी राजनीतिक शुरुआत कभी हो ही नहीं पाती, ये कड़वा है पर सच है कि कई लोगों को सिर्फ एक गलतफहमी होती है कि वो राजनीति में हैं पर कई वर्षों तक किसी राजनीतिक पार्टी में रहते हुए भी वे कभी राजनीति का हिस्सा नहीं बन पाते और क्या गलतियाँ करते हैं ये लोग, ये लोग राजनीति में आते ही किसी सांसद विधायक या बड़े नेता के पिठ्ठू बन जाते हैं और इस चमचागिरी को ही वे राजनीति समझने लगते हैं. यदि आप में से भी कोई ये गलती कर रहा है तो तुरंत अपना रास्ता बदलो क्यूंकि यदि आपपर किसी नेता का ठप्पा लग गया कि आप उसके आदमी हो तो याद रखना आप चाहे जिस भी राजनीतिक पार्टी में हो वो पार्टी आपको कभी भी सीरियसली नहीं लेगी और यदि पार्टी आपको सीरियसली नहीं लेगी तो समझ लो आपकी राजनीतिक तरक्की की चिता जलनी तय है

Leadership qualities

तो अब सवाल खड़ा होता है कि फिर क्या किया जाए, क्या पार्टी के बड़े नेताओं से दुरी बना ली जाये, ऐसा तो भूल के भी मत करना क्यूंकि बिना बड़े नेताओं के सपोर्ट के राजनीति में आगे बढ़ पाना खासा मुश्किल हो जाता है, तो कैसे करना है ये सब ताकि बड़े नेताओ के खास भी बन सकें और उनका चमचा होने का ठप्पा भी माथे पर न लगे, इस पुरे विषय पर विस्तार से चर्चा होगी अगले ब्लॉग में कि बड़े राजनेताओं के करीबी कैसे बनें ताकि तेज़ी से राजनीति में आगे बढ़ सकें पर फिलहाल के लिए सिर्फ इतना याद रखो कि राजनीति की शुरुआत में कभी भी किसी बड़े नेता के पीछे इस कदर मत चलो कि लोग आपको चमचों की श्रेणी में गिनना शुरू कर दें

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Politics as a career

और अब आते हैं उनलोगों पर जो अभी-अभी राजनीति की शुरुआत करना चाहते हैं पर समझ नहीं आ रहा है कि शुरुआत किस पार्टी से करें, और ये काफी लोगों के सवाल होते हैं कि कैसे समझें कि मेरे लिए कौन सी पार्टी सही रहेगी और मजेदार बात तो ये है कि जब भी वे किसी से ये सवाल पूछते हैं कि उन्हें कौन सी पार्टी ज्वाइन करनी चाहिए, सामने से एक गोलमटोल जवाब आ जाता है कि भाई वही पार्टी ज्वाइन करना जिसकी विचारधारा तुम्हारी विचारधारा से मिलती जुलती हो और यहीं से शुरू हो जाता कंफ्यूजन का दौर. एक बात हमेशा याद रखना कि तुम्हें राजनीति में सिर्फ विचारधारा नहीं मिलानी है बल्कि यह भी देखना है कि किस राजनीतिक पार्टी में तुम तेज़ी से आगे बढ़ सकते हो, कहाँ तुम्हें ज्यादा मौके मिलेंगे क्यूंकि आगे तभी तो बढ़ पाओगे जब मौके मिलेंगे. इसलिए उसी राजनीतिक पार्टी को ज्वाइन करो जहाँ भीड़ थोड़ी कम हो और पार्टी की विचारधारा तुम्हारे विचारधारा के आसपास हो

How to join political party in India

वैसे एक बात समझ लो कि इस देश में जितनी भी राजनीतिक पार्टियाँ हैं उनमें 90 प्रतिशत पार्टियों की विचारधारा समय के साथ बदलती रहती हैं इसलिए विचारधारा को लेकर ज्यादा पैनिक हुए बिना कोशिश करो कि राजनीति की शुरुआत में ऐसी पार्टी ज्वाइन की जाये जो थोड़ी छोटी हो, छोटी पार्टियाँ मतलब ऐसी पार्टी जहाँ काम करके कम समय में आप अपने नाम को लोगों के बीच पहुंचा सको, ये क्षेत्रीय पार्टी भी हो सकती है या कोई ऐसी पार्टी भी हो सकती जो नई-नई बनी हो पर पार्टी चुनते समय एक बात का हमेशा ध्यान रखना कि पार्टी इतनी छोटी या नई भी न हो जिसकी मीडिया कवरेज ना के बराबर हो या जिसे बहुत कम लोग जानते हों और यहाँ एक बात और, कई लोगों के ये सवाल भी होते हैं कि क्या एनजीओ के माध्यम से समाजसेवा करके राजनीति में आगे बढ़ा जा सकता है, जवाब है ना, पर हाँ यदि आप राजनीति के साथ साथ समाजसेवा का काम करना चाहें तो कर सकते हैं पर समाजसेवा के माध्यम से राजनीति में आना और सफल हो पाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है क्यूंकि जनता एनजीओ और समाजसेवा को अलग नजरिये से देखती है और राजनीति को अलग नजरिये से

How to join politics

चलिए अब आपने कौन सी राजनीतिक पार्टी ज्वाइन की जाये इसका निर्णय भी ले लिया और ये भी समझ लिया कि शुरुआत कैसे करनी है और किन ख़ास बातों का ध्यान रखना है, अब दूसरी समस्या जो अक्सर राजनेताओं के जीवन में आती है वो है पार्टी में तेज़ी से आगे कैसे बढ़ें क्यूंकि किसी भी राजनीतिक पार्टी को ज्वाइन करने के बाद जो सबसे बड़ी मुश्किल लोगों के सामने आती है वो यही है कि पार्टी में तेज़ी से आगे कैसे बढ़ा जाये, आप सभी अक्सर राजनीति में देखते होंगे कि कई लोग राजनीतिक पार्टी में 10 से 15 वर्षों तक रहने और काफी मेहनत से काम करने के बाद भी आगे नहीं बढ़ पाते और धीरे धीरे उनके राजनीतिक सपने भी धरे के धरे रह जाते हैं, तो क्या गलतियां करते हैं ऐसे लोग और वे कौन सी रणनीतियां हैं जिनका इस्तेमाल करके मध्यमवर्गीय परिवार से आनेवाले कई राजनेता कुछ वर्षों की राजनीतिक तपस्या के बाद सांसद, विधायक, मंत्री और मुख्यमंत्री तक बनते हैं, इन सारे विषयों पर हमारी वृहत चर्चा होगी और मिलकर समझेंगें राजनीति की उन अदभुत रणनीतियों को जिससे आप भी अपने राजनीतिक जीवन को एक क्रांतिकारी दिशा दे सकते हो.


politics with pankaj

     

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