भारत में नई राजनीतिक पार्टी कैसे बनाएँ | How to start political party

 

 भारत में नई राजनीतिक पार्टी कैसे बनाएँ 

भारत में तीन तरह की होती हैं पार्टियाँ

1. राष्ट्रीय पार्टी
2. राज्य स्तरीय पार्टी
3. गैर मान्यता प्राप्त (लेकिन चुनाव आयोग के पास पंजीकृत)

वर्तमान में भारत में कुल 7 राष्ट्रीय, 58 राज्यस्तरीय तथा 1786 गैर मान्यता प्राप्त राजनीतिक पार्टियाँ हैं. चुनाव में मिलने वाली वोट और सीटों की संख्या के आधार पर इन्हें राष्ट्रीय या राज्य की पार्टी का दर्जा मिलता है. इसलिए ऊपर दिए गये पार्टियों की संख्या में समय-समय पर चुनाव आयोग के नियमानुसार बदलाव होते रहते हैं.

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🔵यहाँ जानिए कैसी बनती है नई पोलिटिकल पार्टी 

 

भारत में राजनीतिक पार्टी को निर्वाचन आयोग के द्वारा मान्यता मिलने के बाद वह चुनाव में भाग ले सकता है| निर्वाचन आयोग किसी भी नये बने दल को पहले एक छोटी पार्टी के रूप में मान्यता देता है, उसके बाद जब उसे जनता द्वारा पसंद किया जाता है तो निर्वाचन आयोग के नियम के अनुसार निर्धारित वोट प्राप्त कर लेने वाले दल को क्षेत्रीय पार्टी के रूप में मान्यता मिल जाती है, फिर यदि उस दल की चुनाव दर चुनाव लोकप्रियता में बढ़ोत्तरी होती है और साथ ही उसे अन्य राज्यों में निर्धारित वोट प्रतिशत प्राप्त हो जाता है, तो उसे एक राष्ट्रीय दल के रूप में मान्यता भी दे दी जाती है | इसलिए यदि आप भी भारत में नई राजनीतिक पार्टी बनाने के विषय में जानना चाहते हैं, तो यहाँ आपको भारत में नई राजनीतिक पार्टी बनाने से लेकर अपनी राजनीतिक पार्टी को एक बड़ी पार्टी में कैसे बदलें, इस विषय पर पूरी जानकारी दी जाएगी. 


🔵नई राजनीतिक पार्टी (Political Party) की जमीनी शुरुआत कैसे करें ?


विचारधारा: अपनी पार्टी की विचारधारा, लक्ष्य और उद्देश्यों को परिभाषित करके ही नई पार्टी की शुरुआत करें। आपकी पार्टी किन मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करेगी,  इसके मूल्य और सिद्धांत क्या होंगें? यह सुनिश्चित करने के लिए आपको वर्तमान राजनीतिक स्थिति और उन लोगों के मुद्दों की स्पष्ट समझ होनी चाहिए जिनका आप प्रतिनिधित्व करना चाहते हैं या जिनसे आप समर्थन मांगना चाहते हैं.
 
समर्थकों को इकट्ठा करें: ऐसे समर्थकों का आधार बनाएं जो आपकी विचारधारा से सहमत हों। इसमें मित्र, परिवार, सहकर्मी और आपके समुदाय के व्यक्ति शामिल हो सकते हैं जो आपके उद्देश्य के प्रति संवेदनशील हैं। आप समान विचारधारा वाले व्यक्तियों को आकर्षित करने के लिए सोशल मीडिया और ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म का भी उपयोग कर सकते हैं।
 
संगठनात्मक संरचना: अपनी पार्टी के लिए एक स्पष्ट संगठनात्मक संरचना विकसित करें। पार्टी के भीतर नेतृत्व की भूमिकाएँ, निर्णय लेने की प्रक्रियाएँ और जिम्मेदारियाँ निर्धारित करें। इसमें पार्टी अध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष और अन्य कार्यकारी पद जैसी भूमिकाएँ शामिल हो सकती है।
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 🔵ऐसे होता है नई पार्टी का रजिस्ट्रेशन


कानूनी आवश्यकताएँ:

1. पात्रता मानदंड:
भारत में एक राजनीतिक दल को पंजीकृत करने के लिए, आपको कुछ मानदंडों को पूरा करना होगा जो इस प्रकार है:
 
पार्टी में कम से कम 100 सदस्य होने चाहिए जो पंजीकृत मतदाता हों।
सदस्य राज्य के विभिन्न जिलों से होने चाहिए और किसी मौजूदा पंजीकृत राजनीतिक दल से संबंधित नहीं होने चाहिए।

2. आवेदन:
आपको पंजीकरण के लिए भारत निर्वाचन आयोग को एक आवेदन जमा करना होगा। आवेदन निर्धारित प्रारूप (ईसीआई वेबसाइट पर उपलब्ध) में किया जाना चाहिए और इसमें निम्नलिखित शामिल होने चाहिए:
 
प्रस्तावित पार्टी का नाम एवं चुनाव चिन्ह.
पार्टी के संविधान की एक प्रति.
पार्टी के पदाधिकारियों की सूची और उनके पते.

3. सत्यापन:
निर्वाचन आयोग आपके द्वारा दिए गये आवेदन और जमा किए गए दस्तावेजों की जांच करेगा। यदि कोई विसंगतियां हैं या जानकारी गायब है, तो आपसे अतिरिक्त विवरण प्रदान करने के लिए कहा जा सकता है।

4. आपत्तियाँ एवं सुझाव:
निर्वाचन आयोग भारत के राजपत्र में प्रस्तावित पार्टी का विवरण प्रकाशित करेगा और 30 दिनों के भीतर जनता से 
आपत्तियाँ या सुझाव आमंत्रित करेगा। यदि कोई आपत्ति प्राप्त होती है, तो निर्वाचन आयोग निर्णय लेने से पहले उन पर विचार करेगा।

5. पंजीकरण:
यदि निर्वाचन आयोग आवेदन से संतुष्ट है और जनता को आपत्ति नहीं है, तो वह उस राजनीतिक दल को पंजीकृत करेगा और उसे एक प्रतीक चिन्ह भी आवंटित करेगा जिसे आमतौर पर पार्टी सिंबल भी कहा जाता है, सारी प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद उस पार्टी को भारत में पंजीकृत राजनीतिक दलों की सूची में जोड़ा जाएगा।

6. रिकॉर्ड का रखरखाव:
एक बार पंजीकृत होने के बाद, राजनीतिक दल को निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित नियमों का पालन करना होगा। पार्टी को सालाना वित्तीय रिपोर्ट और ऑडिटेड स्टेटमेंट भी निर्वाचन आयोग के समक्ष प्रस्तुत करना आवश्यक है।

🔵अपनी पार्टी को बड़ी राजनीतिक पार्टी कैसे बनाएँ 


सदस्यता अभियान: अपनी पार्टी के लिए सदस्यों की ज्वाइनिंग शुरू करें। आप संभावित समर्थकों को शामिल करने और उन्हें अपनी पार्टी के बारे में बताने के लिए सदस्यता अभियान कार्यक्रम और कार्यशालाएँ आयोजित कर सकते हैं या डोर टू डोर कैंपेन भी कर सकते हैं.

 
फंडिंग: अपनी पार्टी की गतिविधियों के लिए फंडिंग की एक ठोस रणनीति बनाएँ। इसमें व्यक्तिगत दान, सदस्यता शुल्क, क्राउडफंडिंग अभियान या धन जमा करने के अन्य रचनात्मक तरीके शामिल किए जा सकते हैं।
 
जागरूकता अभियान: अपनी पार्टी के बारे में लोगों को बताने एवं जागरूकता बढ़ाने के लिए एक एजेंडा सेट करें अर्थात आपकी पार्टी किन मुद्दों पर काम करना चाहती है, लोगों को आपकी पार्टी से जुड़कर क्या लाभ मिलेगा, वर्तमान में काम कर रही पार्टियों से आपकी पार्टी कैसे अलग है? ज्यादा लोगों तक अपनी बात पहुँचाने के लिए सोशल मीडिया, डिजिटल मीडिया और अन्य संचार माध्यमों का उपयोग करें।
 
स्थानीय और क्षेत्रीय उपस्थिति: स्थानीय समुदायों और क्षेत्रों में उपस्थिति बनाएँ। संभावित समर्थकों से जुड़ने और उनकी चिंताओं को समझने के लिए टाउन हॉल बैठकें, सार्वजनिक मंच और कार्यक्रम आयोजित करें।
 
राजनीतिक अभियान: जैसे-जैसे आपकी पार्टी बढ़ती है, आप स्थानीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक विभिन्न स्तरों पर चुनावों में भाग लेना शुरू कर सकते हैं। सबसे पहले स्थानीय स्तर पर छोटे चुनाव जैसे वार्ड पार्षद, मुखिया आदि में भाग लें, सही समय पर चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों का चयन करें और जमीनी स्तर पर उनके साथ मिलकर चुनाव की तैयारियाँ करें।
 
नीति में बदलाव: फीडबैक और बदलती परिस्थितियों के आधार पर अपनी पार्टी की नीतियों को लगातार बदलें और विकसित करें। यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपकी नीतियां वर्तमान दौर में कितनी प्रासंगिक और प्रभावी हैं, अपनी पार्टी के सदस्यों एवं विशेषज्ञों से राय लेते रहें।

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