फायरब्रांड नेता (पॉलिटिशियन) कैसे बने ?
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पोलिटिकल ट्रेनिंग प्रोग्राम के बारे में जानें :-
◆इस खास पोलिटिकल ट्रेनिंग प्रोग्राम को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि एक सामान्य या गरीब परिवार से आया व्यक्ति भी राजनीति की सूक्ष्म रणनीतियों को सीखकर बिलकुल जीरो से अपने पोलिटिकल करियर की शुरूआत कर सकता है एवं राजनीति के शिखर तक पहुँच सकता है।
◆इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में वीडियो के माध्यम से राजनीति के 12 ऐसे उल्टे नियमों पर चर्चा की गई है जो आपको राजनीति के पर्दे के पीछे के वे दाँव-पेंच समझाती है जिसकी जानकारी आमतौर पर युवा नेताओं को नहीं होती. ऐसा इसलिए भी होता है क्यूंकि यह समझ व्यावहारिक राजनीति के अनुभवों से ही आती हैं न कि किताबों से।
◆यह नियम आपको व्यावहारिक राजनीति के इन्हीं दाँव-पेंच से अवगत कराते हैं जिसके इस्तेमाल से न सिर्फ आप राजनीति का शिकार होने से बचते हैं बल्कि एक सफल राजनेता बनकर भी उभर सकते हैं.

★सोशल मीडिया के द्वारा फेमस कैसे बनें।
★भाषणकला में माहिर कैसे बनें।
★चुनाव लड़ने के लिए अपनी एक मजबूत टीम कैसे तैयार करें।
★चुनाव लड़ने के लिए पैसे कहाँ से जुटायें।
★किसी भी राजनीतिक पार्टी में बड़ा पद कैसे पाएँ।
★राजनीति में तेज़ी से आगे बढ़ने के लिए अपना गॉडफादर कैसे चुनें।
★बिना पैसों के राजनीति में आगे कैसे बढ़ें।
★जनता के बीच लोकप्रिय कैसे बनें।

★यह ट्रेनिंग प्रोग्राम ऑनलाइन है जो भारत के सबसे बड़े ऑनलाइन इंस्टीट्यूट UNACADEMY द्वारा संचालित किया जा रहा है।
★इस ट्रेनिंग प्रोग्राम को आप अपने मोबाइल, कंप्यूटर या लैपटॉप के माध्यम से देख सकते हैं।
★ट्रेनिंग प्रोग्राम के दौरान आपको पोलिटिकल एक्सपर्ट के साथ लाइव सेशन के माध्यम से जुड़ने और राजनीति से जुड़े अपने सवाल पूछने का मौका मिलेगा।
★ट्रेनिंग प्रोग्राम सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद आपको Certificate of Excellence in Politics का सर्टिफिकेट दिया जायगा।
★नीचे दिए गए वेबसाइट पर जाकर JOIN NOW के बटन पर क्लिक करके आप इस ट्रेनिंग प्रोग्राम को जॉइन कर सकते हैं।
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◆ट्रेनिंग प्रोग्राम का शुल्क 1999 रुपए है।
How to become politician in India without money

◆दोस्तों, ऐसे कई राजनेताओं के उदाहरण हमारे सामने मौजूद हैं जो गरीब परिवार से आते थे और उनके पास न तो पैसा था और न ही पोलिटिकल बैकग्राउंड...... पर वे राजनीति के शिखर तक पहुँचे. हमारे वर्तमान प्रधानमंत्री से लेकर कई राज्यों मुख्यमंत्री इसके साक्षात उदहारण हैं.....

फर्क सिर्फ इतना है कि जब उन्होंने अपने पोलिटिकल करियर की शुरुआत की तो आम युवाओं की तरह किसी बड़े नेता के पिट्ठू बनने के बजाए कई किताबों को पढ़कर पोलिटिकल इंटेलिजेंस की पूरी ट्रेनिंग ली और इसका इस्तेमाल कर राजनीति में आगे बढ़ते रहे.....


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